हममें से अधिकांश लोगों के पास व्यवसाय से सम्बंधित बड़े बड़े शानदार बिज़नेस आईडिया होते है और हम अपना खुद का कारोबार शुरू करने के सपने देखते हैं। लेकिन ज्यादातर लोग असफ़ल होने के डर के कारण कभी भी अपने आईडिया को मूर्त रूप नहीं दे पाते| कई लोग नौकरी छोड़कर अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते है लेकिन पारिवारिक, सामाजिक और वितीय दबाव के कारण स्थापित नौकरी को छोड़कर जोखिमपूर्ण व्यवसाय शुरू करने के विचार से ही घबरा जाते है| लेकिन ………….
डर को मिटाने का एक ही तरीका है कि हम वो कार्य अवश्य करें जिसे करने से हमें डर लगता हैं
किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से लेकर करोड़ों की कंपनी बनाने तक की यात्रा एक बहुत ही कठिन लेकिन अद्भुत सफ़र होता है| इस यात्रा में आपको योजना बनानी होती है, कड़ी मेहनत करनी होती है, मुसीबतों का सामना करना होता है, समस्याओं का हल निकालना होता है, असफलता को स्वीकार करके उससे सीख लेनी होती है| शुरुआत में आपके सामने हजारों मुसीबतें आती है, लोग आपके आईडिया पर विश्वास नहीं करते, आप कई बार असफल होते है, कई बार आत्मविश्वास डगमगा जाता है| लेकिन इस यात्रा में आपको हर बार गिरकर फिर से उठना होता है और फिर अचानक एक दिन आपके लिए सफ़लता के द्वार खुल जाते है और आपकी किस्मत बदल जाती है, आप अपने बिज़नेस में इतनी तेजी से सफलता की सीढियाँ चढ़ते है कि आपको स्वंय पर विश्वास नहीं होता|
व्यापार कैसे शुरु करें
Business Vision: सबसे पहले यह तय करें कि बिज़नेस क्यों करना चाहते है? आपका व्यवसाय करने का आखिरी लक्ष्य क्या है? आप व्यवसाय के द्वारा क्या प्राप्त करना चाहते है और कितने समय में प्राप्त करना चाहते है| क्या आप करोड़पति बनना चाहते है? क्या आपके व्यवसाय करने का अंतिम उद्देश्य अपने बिज़नेस के द्वारा लोगों की मदद करना है??
Business Type: अब तय करें कि आप कौनसा बिज़नेस करना चाहते है? आप कौनसा प्रोडक्ट बनाएंगे या कौनसी सर्विसेज प्रदान करेंगे? क्या आप अपनी हॉबी को व्यवसाय का रूप देना चाहतें है या फिर कुछ ऐसा करना चाहते है जिस क्षेत्र में आपको अच्छा अनुभव है? आपका Business Idea क्या है? आपका प्रोडक्ट क्या होगा? आपके कस्टमर कौन होंगे?
Business Strategy: अब तय करें की आपकी बिज़नेस स्ट्रेटेजी क्या है? आप कैसे अपने व्यवसाय में सबसे उत्पाद बनाएंगे या सेवाएं प्रदान करेंगे? कैसे आपका बिज़नेस आइडिया दूसरों से अलग है और आपके बिज़नेस आईडिया में ऐसी क्या खास बात है कि आपका बिज़नेस, पूरे मार्केट को बदल सकता है? आप कैसे अपने व्यवसाय को आगे बढ़ेंगे? आप किन-किन तरीकों से अपने व्यवसाय से पैसे कमा सकेंगे?
Business Location: आप व्यवसाय कहाँ से करेंगे? क्या आप अपने घर से शुरुआत करेंगे या अपने व्यवसाय के लिए अलग से जगह लेंगे? आपके बिज़नेस के लिए कौनसी जगह सबसे अच्छी रहेगी?
Finance: आपको अपने व्यवसाय को शुरू करने के लिए शुरुआत में कितने रूपयों की जरूरत होगी और निरंतर रूप से व्यवसाय को चलाने के लिए कितने रूपयों की जरूरत होगी? आपका व्यवसाय कितने समय बात लाभ देना शुरू कर देगा? अपने रूपयों की जरूरतों को इस प्रकार विभाजित किया जा सकता है : – सम्पति (Assets)– आपको अपने व्यवसाय के लिए कौन-कौन सी सम्पतियों की जरूरत पड़ेगी जैसे भवन, जमीन, मशीनरी, फर्नीचर, वाहन आदि और आप इन सम्पतियों का इंतजाम कैसे करेंगे (खरीदेंगे या किराये पर लेंगे)? इन सम्पतियों के लिए कितने रूपयों की आवश्यकता होगी? खर्चे (Expenditure) – आपके व्यवसाय को निरंतर रूप से चलाने के लिए कौन कौन से खर्चें होंगे जैसे – कर्मचारियों की सैलरी, रखरखाव के खर्चे, किराया, विभिन्न प्रकार के कंसलटेंट की फीस आदि|
Market Research:अपने व्यवसाय के मार्केट और इंडस्ट्री का रिसर्च कीजिए| आप विभिन्न तरीकों से रिसर्च कर सकते है – इन्टरनेट से जानकारी जुटाकर, बड़े-बड़े व्यवसाइयों से संपर्क करके, मार्केट के जानकारों से मिलकर या ई मेल करके, मार्केट की बड़ी-बड़ी कंपनियों की रिपोर्ट पढ़कर आदि| मार्केट का रिसर्च करके यह पता लगाइए कि डिमांड और सप्लाई क्या है? सबसे ज्यादा कौनसा प्रोडक्ट बिक रहा है और क्यों? प्रोडक्ट में ऐसी कौनसी कमियां है जिसे अपने प्रोडक्ट में दूर करके मार्केट लीडर बना जा सकता है?
Business Structure: आपका बिज़नेस स्ट्रक्चर कैसे रहेगा? आप व्यवसाय कैसे शुरू करना चाहते है – एक कंपनी से शुरुआत करना चाहते है या फिर एक पार्टनरशिप फर्म या फिर एकल व्यवसाय के रूप? बिज़नेस का स्ट्रक्चर वितीय स्त्रोतों को ध्यान में रखकर चुना जाता है|
Business Plan: अब अपना लिखित बिज़नेस प्लान बनाएं और इसमें अपने व्यवसाय से सम्बंधित सभी बातों को शामिल करें| आप बिज़नेस प्लान के लिए किसी प्रोफेशनल कंसलटेंट की मदद ले सकते है|
Funding Options: अपने व्यवसाय की वितीय जरूरतों को पूरा करने स्त्रोतों का विश्लेषण करें| आपकी वितीय जरूरतें कैसे पूरी होंगी? क्या आप बैंक से लोन लेंगे, रिश्तेदारों और दोस्तों से लोन लेंगे या फिर खुद के पैसे से ही व्यवसाय शुरू करेंगे? आजकल स्टार्टअप फंडिंग के कई सारे नए नए स्त्रोत उपलब्ध है जैसे एंजेल इन्वेस्टर्स, वेंचर कैपिटल फण्ड, क्राउड-फंडिंग आदि| वितीय स्त्रोतों का चुनाव कर लेने के बाद फंडिंग या लोन के लिए आवेदन करें और फंडिंग की प्रक्रिया को समझें| फंडिंग से सम्बंधित सभी डाक्यूमेंट्स और बिज़नेस प्लान का इंतजाम करें|
Start Your Business: वितीय जरूरतों का इंतजाम करने के बाद अपने व्यवसाय को शुरू करने की और कदम बढ़ाएं| धीरे धीरे अपने व्यवसाय के लिए सभी संसाधनों का इंतजाम करें – कर्मचारियों की नियुक्ति, सम्पतियों की खरीद, प्रोडक्शन से सम्बंधित सभी संसाधनों का इंतजाम आदि| बिजनेस के लिए जब पूरी प्लानिंग हो जाती है और आपके पास पूंजी भी, तो इसके बाद अहम चरण होता है, बिजनेस प्लान को व्यवहार में लाना। इस दौरान सेलिंग और कस्टमर सर्विस आदि नए उद्यमी के लिए एसिड टेस्ट की तरह होता है। इस दौरान आपको अपना शत-प्रतिशत कौशल दिखाना होगा, ताकि आप अपने सर्विस के प्रति लोगों में भरोसा कायम कर सकें। तभी आप अपनी सफलता की कहानी शुरू कर सकते हैं।
Brand and Marketing: अब तय करें कि आप कब से अपना व्यवसाय शुरू कर रहे है और उसके लिए आप अपने ब्रांड की मार्केटिंग कैसे करेंगे? क्या आप विज्ञापन के द्वारा अपने व्यवसाय की मार्केटिंग करेंगे या फिर इन्टरनेट का उपयोग करेंगे?
Technology: टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें और अपनी ऑनलाइन मार्केटिंग करें| सोशल मीडिया पर अपने बिज़नेस के बारे में लोगों को बताएं और विश्लेषण करें कि कैसे इन्टरनेट और टेक्नोलॉजी की मदद से व्यवसाय को तेजी से सफलता की ओर आगे बढ़ाएंगे|
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USP: अब आप एक तरह से अपना बिज़नेस शुरू कर चुके है| अब आपको लगातार मेहनत करनी है और अपने व्यवसाय को सफल बनाने (Business Success) के लिए नए नए तरीके ढूढ़ने है|धीरे धीरे अनुभव के आधार पर अपनी USP (unique value proposition) का निर्माण करें| यानि कि ऐसी क्या बात है जो आपको दूसरों से अलग बनाती है|
Leadership: अपने व्यवसाय को निरंतर रूप से आगे बढ़ाते रहें और एक लीडर की तरह अपनी टीम का नेतृत्व करें| अपनी कर्मचारियों को कर्मचारी न समझकर अपने पार्टनर समझें|
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